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सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना 

सभी सेना और संगठना को मार्गदर्शन करना सभी सेना मे नियुक्ति, धन का व्यवहार, स्वयंसेवक प्रशिक्षण, नियम बनाना । 

सभी सेना और संस्था की माता यह संस्था है । 

​प्रश्न १ - “सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना” का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर - हिन्दू, बौद्ध, सिख, पारसी, जैन, और आदिवासी की रक्षा करना। 
जैसे हम हर साल ‘शक्ति - पूजन’ का आयोजन और आराधना करते है। ठीक उसी प्रकार ‘सनातन धर्म’ का अनुसरण कर, हर माह ‘शक्ति - पूजन’ व हिन्दू, बौद्ध, सिख, पारसी, जैन, और आदिवासियों को ‘स्वयं-सुरक्षा’ का प्रशिक्षण देना, यह हमारा उद्देश्य है। 

प्रश्न २ - “सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना” गुरुजी ने, क्यों निर्माण की है?
उत्तर - ९ अक्टूबर २०२२ इस दिन की बात है, जब गुरूजी के एक शिष्य ‘सुरेश जी’, हरिद्वार से, गुरुजी के पास “७ चक्र ट्रेनिंग” कोर्स लेने और ‘ज्योतिष शास्त्र’ के विषय से अपनी कुंडली दिखाने आये थे। उसी दौरान बातचीत करते समय, 'सुरेश जी' ने PFI (POPULAR FRONT OF INDIA) (पॉपुलर फ्रंट इंडिया) जैसी अन्य संस्थाओं के बारे मे बताया की, भारत में २२ प्रान्त से ये सभी संगठन काम करती है, और २०४७ तक पूरे भारतवर्ष को अपने धर्म का राष्ट्र बनाने के मुद्दे पर काम कर रहे है। 

 

ये सुनकर गुरुजी के तो होश उड़ गए। उस रात गुरूजी सोए नहीं, गुरूजी तो स्पिरिचुअल सायन्स (Spiritual Science) के माध्यम से सभी धर्मों को एक करने की कोशिश में काम कर रहे है। 

 

लेकिन PFI जैसी संस्था वो के चलते हमारे देश की फिर से वही भयंकर स्थिति सामने आने की आशंका गुरुजी को लगी, जो स्थिति १९४७ में भारत-पाकिस्तान अलग होते समय घटित हुई थी।    

 

इसी कारण गुरुजी बहुत बेचैन हो गए और “स्वसंरक्षण ट्रेनिंग प्रोग्राम” के माध्यम से “हर घर, एक रक्षक !” इस अभियान के द्वारा, अपने हिन्दू, बौद्ध, सिख, पारसी, जैन, और आदिवासी लोगों को बचाने के लिए, और अपनी बहू बेटी यो की इज्जत को PFI जैसे विचारों वाले संगठन से बचाने के लिए “सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना” की स्थापना की है।

प्रश्न ३ - ‘हर घर, एक रक्षक’ अभियान का उद्देश्य क्या है ?  
उत्तर - इस धरती पर मनुष्य समाज का इतिहास अगर आप देखते है , तो आपको समझ आएगा की, एक राजा दूसरे राजा पर आक्रमण करता है। एक देश दूसरे देश पर आक्रमण करता है। एक धर्म दूसरे धर्म पर आक्रमण करता है।

 
इतिहास में ५५० ईसा पूर्व से ईरानी आक्रमण,३२६ ईसा पूर्व सिकंदर का आक्रमण, ६३८ ईसवी में मुस्लिम खलीफा (अरब) का आक्रमण, ७११ ईसवी, में मोहम्मद बिन कासिम का हमला और उसके बाद अपने सनातनि यो पर ‘जजिया टैक्स’ - जो मुस्लिम नहीं है उनके लिए, १००१ से १०२७ तक - १७ बार गजनवी का आक्रमण उसमे सोमनाथ मंदिर को ३ बार लूटा, ११७५-७८ मोहम्मद गौरी और उसका गुलाम बख्तियार खिलजी का आक्रमण और नालंदा विश्व विद्यापीठ को जलाना। १९४७ में भारत पाकिस्तान अलग हुए उस समय की घटना तथा भारत में अलग अलग राज्य में होने वाले धार्मिक दंगे। 
इस घटनाओं से हमको सीख लेनी चाहिए। कि हमारी खुद की और अपने परिवार की सुरक्षा सिर्फ अपने ही हाथों में है।

     
इसी कारणवश, गुरुजी के मार्गदर्शन से हमने ‘सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना’ संस्थान की स्थापना की है। और उसके अंतर्गत ‘हर घर, एक रक्षक’ अभियान के माध्यम से, हर व्यक्ति अपने परिवार के हर एक सदस्य का और खुद का रक्षण कैसे करें, इसके बारे में ‘सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना’ सभी सनातनी यो के लिए स्वसंरक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम (सेल्फ डिफेन्स ट्रेनिंग प्रोग्राम) का आयोजन करती रहेगी, और २०३३ तक पूरे भारतवर्ष में सभी ९० करोड़ सनातनी यों को अपनी रक्षा करने का ट्रेनिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन देने वाली है। 


इसी प्रकार ‘सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना’ संस्था आपके और आपके परिवार की रक्षा हेतु ‘हर घर, एक रक्षक’ अभियान का उद्देश्य पूर्ण करने हेतु काम कर रही है । 

तो आप सभी सनातनी यो से अनुरोध है कि, इस उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु अपना तहे दिल से योगदान दें। और हमारी संथा के साथ हमेशा जूड़े रहे और खुद को सुरक्षित महसूस करे।

      

आपका शुभचिंतक 

सनातन धर्म रक्षक, मर्द मर्दानी सेना 

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